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सीएम फ्लाइंग की टीम ने सीएचसी पर मारी रेड, बड़ी अनियमितताएं उजागर

गैरहाजिर मिले कई कर्मचारी, दवाओं के स्टॉक में गड़बड़ी
 
सीएम फ्लाइंग की टीम

हिसार जिले के गांव सिसाय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में बुधवार सुबह सीएम फ्लाइंग टीम ने छापा मारा। कई घंटों तक चले इस रेड में कई गड़बड़ियां उजागर हुईं। निरीक्षण के दौरान केंद्र में कई स्टाफ सदस्य ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए, दवाओं के स्टॉक में भारी असमानता मिली और कई प्रशासनिक कमियां सामने आईं। टीम ने संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।

वहीं सुबह जैसे ही सीएम फ्लाइंग टीम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जांच के लिए पहुंची तो स्टाफ में हड़कम्प मच गया। स्टाफ सदस्य एक दूसरे से जानकारी लेने में लग गए। वहीं दूसरी ओर मरीजों में खुशी दिखाई दे रही थी कि जो कर्मचारी डयूटी के प्रति लापरवाही बरतते हैं उनके खिलाफ कार्रवाई हो जाएगी।

सीएम फ्लाइंग टीम का नेतृत्व हिसार रेंज इंचार्ज सुनैना ने किया। उनके साथ सहायक वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. कामीद मोगा, एसआई जितेंद्र, तथा एएसआई चंद्रपाल मौजूद रहे। टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि सिसाय सीएचसी में स्टाफ की उपस्थिति में लापरवाही बरती जा रही है और मरीजों के साथ ठीक व्यवहार नहीं हो रहा।

गैरहाजिर स्टाफ पर कार्रवाई की सिफारिश

सीएम फ्लाइंग इन्चार्ज सुनैना ने बताया कि निरीक्षण के दौरान डॉ. संदीप की उपस्थिति में स्टाफ उपस्थिति रजिस्टर की जांच की गई। नर्सिंग अधिकारी रोशनी, असिस्टेंट क्लर्क नवीन गर्ग, बीएएम संदीपन, बीएससी राजबाला, तथा टीएचबी बलकेश ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए। इन सभी पर विभागीय कार्रवाई के लिए नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

दवाओं के स्टॉक में भी मिली गड़बड़ी

टीम ने दवाओं के स्टॉक रजिस्टर का भौतिक मिलान किया, जिसमें अमोक्सी 650 एमजी की 100 टैबलेट्स कम और 500 एमजी की 78 कैप्सूल अधिक पाई गईं। इसके अलावा, शिप्रा इंजेक्शन रिकॉर्ड से 62 अधिक तथा लेवोफ्लॉक्सासिन की 30 टैबलेट्स अधिक दर्ज की गईं। इस पर भी वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है।

सीसीटीवी और बायोमेट्रिक मशीनें बंद

सीएम फ्लाइंग इन्चार्ज सुनैना ने बताया कि जांच में यह भी सामने आया कि स्वास्थ्य केंद्र में सीसीटीवी कैमरे और बायोमेट्रिक मशीनें बंद थीं। इसके अलावा, महीने में चार बार अनिवार्य रूप से लगने वाले एमसीडी कैंप में लापरवाही बरती गई। जुलाई माह में केवल एक कैंप आयोजित किया गया, वह भी बिना दवाओं के वितरण के। एमसीडी से संबंधित रिकॉर्ड भी अधूरा पाया गया।

डिलीवरी की संख्या लक्ष्य से कम

केंद्र में महिलाओं की डिलीवरी के लिए 11 नर्सिंग अधिकारी नियुक्त हैं, फिर भी जनवरी से जुलाई तक केवल 61 डिलीवरी हुईं। यह संख्या निर्धारित लक्ष्य से काफी कम है। इस पर टीम ने अतिरिक्त स्टाफ को अन्य केंद्रों पर भेजने की सिफारिश की है।

वित्तीय अनियमितताएं और एनीमिया योजना में लापरवाही

एनीमिया मुक्त भारत योजना के तहत मरीजों के एचबी रिकॉर्ड ऑनलाइन दर्ज करने में लापरवाही पाई गई। साथ ही, वित्तीय रिकॉर्ड में भी खामियां मिलीं, जिस पर स्वास्थ्य केंद्र के वित्तीय ऑडिट की सिफारिश की गई है।

सीएम फ्लाइंग की गोपनीयता भंग, वरिष्ठ चिकित्सक को नोटिस

सीएम फ्लाइंग टीम की सबसे गंभीर आपत्ति उस समय सामने आई जब यह पाया गया कि केंद्र में कार्यरत वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. मीनू ढींगड़ा ने सीएम फ्लाइंग टीम के निरीक्षण की सूचना पहले ही स्टाफ के व्हाट्सएप ग्रुप में साझा कर दी थी। उन्होंने लिखा था कि टीम निरीक्षण के लिए आ सकती है, सभी समय पर पहुंचे और यूनिफॉर्म पहनकर आएं। यह कार्रवाई नियमों के विरुद्ध मानी गई और डॉक्टर मीनू से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

मरीजों ने भी की स्टाफ की शिकायत

सीएम फ्लाइंग इन्चार्ज सुनैना ने बताया कि निरीक्षण के दौरान टीम ने कुछ मरीजों से बातचीत की, जिसमें उन्होंने कुछ स्टाफ सदस्यों के अशिष्ट व्यवहार की शिकायत की। सभी शिकायतों और निरीक्षण के निष्कर्षों की रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है।

सीएम फ्लाइंग इंचार्ज सुनैना और अन्य अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, गांव सिसाय में रेड के दौरान जांच करते हुए।

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