भगोड़ा नकली CIA इंस्पेक्टर 23 साल बाद गिरफ्तार, गांव जांडवाला फतेहाबाद में की थी ठगी
2002 में घोषित हुआ था भगोड़ा
राजकुमार को कोर्ट ने 24 सितंबर 2002 को ही भगोड़ा घोषित कर दिया था।
तब से वह लगातार ठिकाने बदलता रहा और पुलिस से बचता रहा।
फतेहाबाद — फतेहाबाद जिला पुलिस को 23 साल बाद बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है जो वर्ष 2000 से फरार चल रहा था और खुद को सीआईए इंस्पेक्टर बताकर धोखाधड़ी करता था। पकड़े गए आरोपी की पहचान राजकुमार उर्फ बिल्लू निवासी गांव खेड़ी, जिला जींद के रूप में हुई है।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने 11 मई 2000 को गांव जांडवाला में खुद को सीआईए का इंस्पेक्टर बताकर लोगों को धोखा दिया था। उसने वर्दी पहनकर ठगी की और नकली पुलिसिया पहचान का सहारा लेते हुए लोगों से पैसे ऐंठे। इस मामले में थाना भट्टू कलां में धारा 419, 420 और 171 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया था।
गिरफ्तारी कैसे हुई?
पुलिस अधीक्षक फतेहाबाद के निर्देश पर घोषित अपराधियों और बेल-जंपर्स की धरपकड़ के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में पीओ स्टाफ प्रभारी निरीक्षक कुलबीर सिंह और उप निरीक्षक हरफूल सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन किया गया।टीम को गुप्त सूचना मिली कि आरोपी राजस्थान के बीकानेर जिले के नोपासर गांव में छिपा हुआ है। सूचना के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वहां से आरोपी को दबोच लिया।
2002 में घोषित किया गया था भगोड़ा
पुलिस के अनुसार, राजकुमार 2002 से न्यायालय द्वारा घोषित भगोड़ा था। 24 सितंबर 2002 को उसे अदालत ने फरार अपराधी घोषित कर दिया था। इतने वर्षों तक वह लगातार अपने ठिकाने बदलता रहा और पुलिस की पकड़ से बाहर रहा।
फर्जी पहचान और पुलिस वर्दी का इस्तेमाल
राजकुमार ने पुलिस वर्दी पहनकर अपने आपको सीआईए इंस्पेक्टर बताया और लोगों का भरोसा जीत कर उनसे पैसे ठगे। यह साफ तौर पर पुलिस वर्दी और पद का दुरुपयोग है।
पुलिस का बयान
पीओ स्टाफ प्रभारी कुलबीर सिंह ने कहा, “हमारी टीम लगातार फरार अपराधियों की धरपकड़ के लिए सक्रिय है। इस मामले में आरोपी की गिरफ्तारी हमारी टीम के समर्पण और रणनीति का परिणाम है।
गिरफ्तार आरोपी राजकुमार उर्फ बिल्लू, निवासी गांव खेड़ी, जिला जींद, ने साल 2000 में गांव जांडवाला में खुद को पुलिस अफसर बताकर वर्दी में ठगी की थी। उसने आम लोगों से पैसे लिए और फिर फरार हो गया।
इस मामले में 11 मई 2000 को थाना भट्टू कलां में उसके खिलाफ IPC की धारा 419, 420 और 171 के तहत केस दर्ज हुआ था।
पुलिस ऐसे पहुंची आरोपी तक
Fatehabad SP के निर्देश पर फरार अपराधियों की धरपकड़ के लिए अभियान चल रहा है। इसी अभियान के तहत उप निरीक्षक हरफूल सिंह की टीम को गुप्त सूचना मिली कि आरोपी राजस्थान के नोपासर, जिला बीकानेर में छिपा है।
टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को वहीं से गिरफ्तार कर लिया।