हरियाणा को मिला नया राज्यपाल , हरियाणा के पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया।
हरियाणा को नया राज्यपाल मिल गया है। पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ भाजपा नेता और शिक्षाविद् प्रोफेसर असीम घोष शनिवार को चंडीगढ़ स्थित राजभवन पहुंचे। यहां वे 21 जुलाई को हरियाणा के 19वें राज्यपाल के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। इस दौरान हरियाणा के पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया।
मीडिया से बातचीत में असीम घोष ने कहा, “हरियाणा के लोगों की सेवा करना मेरा कर्तव्य है। मैं मुख्यमंत्री और प्रशासन के साथ मिलकर ऐसा वातावरण बनाऊंगा जिससे जनता को सीधा लाभ मिले। साथ ही, विपक्ष की बात सुनना भी मेरी संवैधानिक जिम्मेदारी है, और मैं इसे पूरी गंभीरता से निभाऊंगा।”
Bandaru Dattatreya की जगह संभालेंगे कार्यभार
प्रो. असीम घोष को बंडारू दत्तात्रेय की जगह हरियाणा का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। दत्तात्रेय के कार्यकाल में हरियाणा की राजनीति में कई बड़े घटनाक्रम हुए – जैसे कि जजपा का समर्थन वापसी, मनोहर लाल खट्टर का इस्तीफा, और नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में नई सरकार का गठन। इन सबके बीच दत्तात्रेय ने संवैधानिक रूप से जिम्मेदार भूमिका निभाई।
अकादमिक से राजनीतिक सफर
Asim Ghosh एक शिक्षाविद और राजनीतिक रणनीतिकार के रूप में पहचान रखते हैं। उन्होंने कोलकाता के Manindra Chandra College में Political Science पढ़ाया है। वे 1999 से 2002 तक BJP West Bengal के अध्यक्ष भी रहे हैं। उनका जन्म और पालन-पोषण पश्चिम बंगाल के हावड़ा में हुआ है।
वर्ष 2013 में उन्होंने Howrah Lok Sabha By-election में भाजपा की ओर से चुनाव लड़ा था, हालांकि वे उस चुनाव में हार गए। बावजूद इसके, वे पार्टी के भीतर एक बुद्धिजीवी नेता के रूप में माने जाते रहे हैं।
Vajpayee’s Trusted Leader
पूर्व प्रधानमंत्री Atal Bihari Vajpayee के करीबी माने जाने वाले असीम घोष को राजनीति में लाने का श्रेय भाजपा नेता Tapan Sikdar को जाता है। वाजपेयी ने घोष की राजनीतिक समझ और संगठन कौशल को देखते हुए उन्हें पार्टी की जिम्मेदारी दी थी। उन्होंने पश्चिम बंगाल में RSS और BJP की जड़ें मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई।
वे भाजपा के मार्गदर्शक मंडल में शामिल होकर पिछले कुछ वर्षों से संगठन के लिए काम कर रहे थे। उनकी राजनीतिक सोच में राष्ट्रवाद के साथ-साथ संवाद और समावेशिता की झलक साफ दिखती है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री Nayab Singh Saini, केंद्रीय मंत्री Manohar Lal, और शहरी निकाय मंत्री Vipul Goel ने कहा कि “असीम घोष जैसे शिक्षित और राष्ट्रवादी नेता का हरियाणा का राज्यपाल बनना प्रदेश के लिए सौभाग्य की बात है। उनके अनुभव और दूरदृष्टि से हरियाणा के विकास को नई दिशा मिलेगी।”
राजभवन में 21 जुलाई को शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें राज्य सरकार के सभी मंत्री, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और भाजपा नेताओं की मौजूदगी रहेगी। इसके बाद घोष अपने पद का विधिवत कार्यभार संभालेंगे और प्रदेश के विकास में नई ऊर्जा भरने की ओर अग्रसर होंगे।
Asim Ghosh का हरियाणा के राज्यपाल के रूप में आगमन न केवल एक राजनीतिक बदलाव है, बल्कि यह एक विचारशील, संवादात्मक और विकासोन्मुखी शासन की ओर संकेत करता है। उनका अनुभव, शैक्षणिक दृष्टिकोण और समावेशी राजनीति पर जोर आने वाले समय में हरियाणा के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।