हरियाणा स्कूल अवकाश अपडेट: 26 और 27 जुलाई को सभी स्कूल रहेंगे बंद, शिक्षा मंत्री ने की घोषणा.

शिक्षा मंत्री के बयान के बाद कांग्रेस खेमे में भी हलचल देखने को मिली।
 
शिक्षा विभाग के अनुसार, छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह निर्णय लिया गया है।

हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने जींद जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में बड़ी घोषणा करते हुए बताया कि राज्य के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल 26 और 27 जुलाई 2025 को बंद रहेंगे। यह फैसला मानसून के चलते हो रही भारी बारिश और संभावित असुविधाओं को देखते हुए लिया गया है।

मंत्री ने मंच से बोलते हुए हुड्डा पर भी निशाना साधा और कहा कि "अब वक्त आ गया है कि हरियाणा को पुराने ख्यालात और नीतियों से बाहर निकाल कर एक नई दिशा दी जाए।"

छुट्टी की वजह: मौसम और सुरक्षा

राज्य में लगातार हो रही बारिश के कारण कई जिलों में जलभराव, सड़कों की खराब स्थिति और परिवहन संबंधी समस्याएं देखी जा रही हैं। शिक्षा विभाग के अनुसार, छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह निर्णय लिया गया है। स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई का भी विकल्प खुले रहने की संभावना है, हालांकि यह स्कूल प्रबंधन पर निर्भर करेगा।

मंत्री ने साधा हुड्डा पर निशाना

जींद में आयोजित एक शैक्षणिक सम्मेलन के दौरान मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अभी भी पुरानी सोच के दायरे में बंधे हुए हैं। आज का हरियाणा युवाओं, तकनीक और आधुनिकता की ओर तेजी से बढ़ रहा है। अब राजनीति में विकास प्राथमिक एजेंडा होना चाहिए, न कि जाति और वोट बैंक।

उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में कई अहम सुधार किए हैं जैसेडिजिटल क्लासरूम, स्कूल इंफ्रास्ट्रक्चर का उन्नयन, और शिक्षकों की समय पर नियुक्तियां।

शिक्षक संघ ने फैसले का स्वागत किया

हरियाणा शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश पूनिया ने सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि छात्रों की सुरक्षा सर्वोपरि है। बारिश के चलते कई जगह स्कूल जाना कठिन हो गया है, ऐसे में दो दिन की छुट्टी बच्चों और अभिभावकों दोनों के लिए राहत लेकर आई है।

क्या खुले रहेंगे अन्य संस्थान?

हालांकि स्कूलों में अवकाश रहेगा, लेकिन कॉलेज, विश्वविद्यालय और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को लेकर कोई स्पष्ट निर्देश नहीं जारी किया गया है। स्थानीय प्रशासन को इस संबंध में निर्णय लेने की छूट दी गई है। जिला उपायुक्तों को पत्र जारी कर मौसम की स्थिति के आधार पर निर्णय लेने को कहा गया है।

राजनैतिक हलचल भी तेज

शिक्षा मंत्री के बयान के बाद कांग्रेस खेमे में भी हलचल देखने को मिली। कांग्रेस के प्रवक्ता अरुण सैनी ने बयान जारी करते हुए कहा कि विकास के नाम पर भाजपा सरकार केवल घोषणाएं कर रही है, जमीनी स्तर पर कुछ नहीं हो रहा। हुड्डा जी के समय में जो विकास हुआ, उसकी मिसाल आज भी लोग देते हैं।

हरियाणा सरकार का यह फैसला छात्रों और अभिभावकों की चिंता को कम करने वाला है। वहीं, शिक्षा मंत्री द्वारा दिए गए राजनैतिक बयान ने आगामी चुनावों से पहले सियासी तापमान भी बढ़ा दिया है। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है और क्या अन्य राज्य भी इसी तरह का कदम उठाते हैं।