मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर खरीफ फसलों का पंजीकरण शुरू, जानें पूरी प्रक्रिया।

योजनाओं का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा, जो मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकृत होंगे।
 
इससे पर्यावरण संरक्षण में योगदान के साथ आर्थिक लाभ भी मिलेगा।

हरियाणा सरकार द्वारा किसानों की भलाई के लिए चलाई जा रही प्रमुख योजना "मेरी फसल मेरा ब्यौरा" (Meri Fasal Mera Byora) पोर्टल पर खरीफ 2025 की फसलों का पंजीकरण कार्य शुरू हो चुका है। सभी किसान अपनी खरीफ फसलों का ब्यौरा समय रहते दर्ज कर लाभ ले सकते हैं।

खरीफ फसल पंजीकरण क्यों है ज़रूरी?

उप कृषि निदेशक डॉ. सुखदेव सिंह के अनुसार, "हरियाणा कृषि विभाग" द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा, जो मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकृत होंगे। खासकर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर फसल बेचने के लिए पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया है।

यदि किसान समय पर पंजीकरण नहीं कराता, तो उसे फसल की सरकारी खरीद में समस्या आ सकती है और वह सरकारी योजनाओं से वंचित रह सकता है।

पराली प्रबंधन पर भी मिलेगा लाभ

इस वर्ष पोर्टल पर पंजीकरण करते समय ही पराली प्रबंधन योजना के अंतर्गत धान की पराली को भूमि में मिलाने या गांठ बनाने के लिए ₹1200 प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि के लिए भी आवेदन किया जा सकता है। इससे पर्यावरण संरक्षण में योगदान के साथ आर्थिक लाभ भी मिलेगा।

पंजीकरण प्रक्रिया क्या है?

किसान कॉमन सर्विस सेंटर (CSC), अटल सेवा केंद्र या स्वयं अपने स्मार्टफोन से fasal.haryana.gov.in पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।

पंजीकरण के लिए नीचे दिए गए दस्तावेज़ अनिवार्य हैं:

PPP ID (परिवार पहचान पत्र)

आधार कार्ड

फसल से संबंधित विवरण

अधिक जानकारी के लिए किसान टोल फ्री नंबर 1800-180-2117 पर कॉल कर सकते हैं या नजदीकी खंड कृषि कार्यालय से संपर्क करें।

जल्द ही करें फसल पंजीकरण।

किसानों से अपील है कि वे पोर्टल बंद होने की अंतिम तिथि का इंतज़ार न करें और समय रहते अपनी खरीफ फसलों का पंजीकरण करा लें। इससे न केवल सरकारी लाभ मिलेगा, बल्कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल बेचने का अवसर भी सुनिश्चित होगा।